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नगर के 91 वर्षीय शिक्षाविद् डॉ. मुसलगांवकर को पद्मश्री सम्मान
उज्जैन। नगर के शिक्षाविद् ९१ वर्षीय डॉ. केशव राव सदाशिव शास्त्री मुसलगांवकर को देश का साहित्य के क्षेत्र में मिलने वाला सबसे बड़ा पदमश्री सम्मान घोषित किया गया है। राष्ट्रपंित भवन में समारोहपूर्वक उन्हें यह सम्मान प्रदान किया जाएगा।
शिक्षाविद् तथा वर्तमान में विक्रम विश्वविद्यालय के वेद, ज्योतिष और संस्कृत अध्ययन शाला के विभाग प्रमुख डॉ. राजेश्वर शास्त्री मुसलगांवकर के पिता डॉ. केशव राव सदाशिव राव शास्त्री मुसलगांवकर को सम्मान देने के लिए गृह मंत्रालय की ओर से गुरुवार दोपहर १२:३० बजे फोन आया तथा सम्मान के संबंध में आवश्यक पूछताछ की गई। इसके बाद रात १० बजे शास्त्री परिवार को मीडिया के माध्यम से यह सूचना मिली कि डॉ. केशवराव सदाशिव शास्त्री मुसलगांवकर को पद्मश्री सम्मान के लिए चुना गया है।
पुत्र डॉ. राजेश्वर शास्त्री मुसलगांवकर ने अक्षर विश्व से बातचीत में बताया कि पिताश्री को वर्ष २००८ में राष्ट्रपति सम्मान तथा वर्ष २०१७ में उत्तरप्रदेश सरकार द्वारा विश्व भारती सम्मान से सम्मानित किया गया। इसके अलावा २०१२ में कालिदास सम्मान, २०१० में काशी विद्वत परिषद सम्मान, २००९ में राजशेखर सम्मान भी प्रदान किया गया है। डॉ. केशवराव सदाशिव शास्त्री मुसलगांव की प्राथमिक शिक्षा ग्वालियर में तथा उच्च शिक्षा इलाहाबाद में हुई। उन्होंने संस्कृत, वेद व साहित्य के क्षेत्र में १५ गं्रथ लिखे हैं।